हम खुद अपना भाग्य बनाते हैं. -स्वामी विवेकानंद
जवानी की रवानगी होने के बाद कौन किसको पूछता है. सुनहरे भविष्य के सपने संजोए युवा ही सफलता की गाथाए लिखते है.
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12
Jan
2024 2:27 AM
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