सभी देख कर भागते हैं अब जीतने भी है दुराचारी। खून से खप्पर भर सकती है ये कलयुग की नारी। मत समझो कमजोर इसे तुम ये है सबसे शक्तिशाली। जहां मर्द नहीं करता है कुछ ये करती है घर की रखवाली। हर रिश्ते को बेखौफ निभाती और है संस्कारी। खुद मेहनत से बल खड़ी है पैरो पर मत समझो बेचारी। ये अपने नसीब का ऊपर से लिखवा कर आती है किसी के नसीब का क्या खायेगी। इन्हे एक मौका तो देकर देखिए बेटों से ज्यादा नाम कमाएंगी। और बेटियो को भी 4 किताबे पढ़ने दीजिए साहब, कोख से तो बच आई है दहेज से भी बच जाएंगी। अपना दुख किसी को दिखाती नहीं है। अब भारत की नारी किसी से घबराती नहीं है। कोई भरे उड़ान आसमान में तो कोई पानी में जहाज चलाती है। लड़कर दुश्मनों से भी लोगो की जान बचाती है। क्यों परवाह करे समाज की अब ये सोच का छोटा रहता है। इनकी नजर में हर आवारा लड़का सिक्का खोटा रहता है। मर जाती है रक्षा करते - करते उनका नाम लिखा जाता है तिरंगे की पेटी पर। सम्मान में सबके सीस झुकाता हूं मुझे गर्व है भारत की बेटी पर। :- Shayar Nemsingh
भारतीय संस्कृति में नारी की भूमिका
Spiritual
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08
Mar 2024 11:55 AM
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